
पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल ने गठन के कुछ ही दिनों के अंदर बिनांस के संस्थापक चांगपेंग झाओ को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया था जिससे इस नए संगठन को विश्वसनीयता मिल सके। अमेरिका से आई टीम का पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसीम मुनीर ने व्यक्तिगत रूप से स्वागत किया और एक बंद कमरे में सौदे को लेकर बैठक आयोजित हुई थी।आखिर अमेरिका (America) आजकल पाकिस्तान (Pakistan) पर इतना मेहरबान क्यों है? यह सवाल सभी के मन में है और यह सोचकर हर कोई हैरान भी है। इस बीच एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसके बाद तस्वीर साफ होती दिख रही है।पाकिस्तान पर अमेरिका की मेहरबानी के पीछे का कारण डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसीम मुनीर (Asim Munir) के बीच की सीक्रेट डील है। दरअसल, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की एक निजी क्रिप्टोकरेंसी कंपनी और पाकिस्तान की सिर्फ एक महीने पुरानी गठित क्रिप्टो काउंसिल के बीच एक बड़ा सौदा हुआ है।

रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल ने गठन के कुछ ही दिनों के अंदर बिनांस के संस्थापक चांगपेंग झाओ को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया था, जिससे इस नए संगठन को विश्वसनीयता मिल सके।
‘आसीम मुनीर ने कराई थी डील’
बताया जा रहा है कि इस अहम सौदे पर हस्ताक्षर करने के लिए अमेरिका से एक उच्च स्तरीय टीम पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंची थी, जिसका नेतृत्व कंपनी के संस्थापक जैकरी विटकॉफ ने किया। विटकॉफ काफी लंबे समय से ट्रंप के व्यवसायिक साझेदार हैं और वर्तमान में अमेरिका के मध्य पूर्व के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के बेटे हैं।अमेरिका से आई टीम का पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसीम मुनीर ने व्यक्तिगत रूप से स्वागत किया और एक बंद कमरे में बैठक आयोजित हुई थी। इस बैठक में पाक पीएम शहबाज शरीफ और आसीम मुनीर दोनों मौजूद थे। बैठक के बाद डील फाइनल हो गई।