
माननीय जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ललितपुर श्री नरेंद्र कुमार झा के निर्देशानुसार श्री मयंक जायसवाल, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ललितपुर द्वारा प्रातः 10:45 बजे जिला कारागार ललितपुर का औचक निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण में कारागार की वास्तविक स्थिति, बंदियों को मिल रही सुविधाओं, स्वच्छता और कानून व्यवस्था की स्थिति का गहन मूल्यांकन किया गया।

निरीक्षण के दौरान सचिव द्वारा पुरुष बैरक, महिला बैरक, भोजनशाला, अस्पताल सहित विभिन्न स्थलों का भ्रमण किया गया। पुरुष बैरक संख्या 5A और 5B में भारी अनियमितताएं देखने को मिलीं। बैरक 5A की दीवारों पर गुटखा थूकने के निशान मिले और बैरक के बाहर गुटखा व तंबाकू के खाली पाउच भारी मात्रा में फेंके हुए पाए गए, जो साफ दर्शाता है कि प्रतिबंधित वस्तुएं जेल परिसर में कैसे पहुंच रही हैं।
बैरक 5B में स्थिति और भी चौंकाने वाली थी। वहां बलरामपुर के पूर्व सांसद रिजवान जहीर को रखा गया था। उनके पास दल्लप का गद्दा, तकिया, बैटरी वाला पंखा, ब्रांडेड शैम्पू, साबुन, तेल, देशी घी, मिठाई, अचार, क्रॉकरी और टिफिन जैसी विशेष सुविधाएं उपलब्ध थीं। सबसे बड़ी बात यह रही कि उनके तकिए के नीचे ₹500 के नोटों की गड्डी मिली, जिसकी कुल राशि ₹30,000 थी। इस पर जब पूछताछ की गई तो बंदी ने बताया कि यह रकम उनके निजी खर्च के लिए है।
वहीं, उसी बैरक में अन्य चार बंदी कटोरी में दाल और प्लास्टिक की पन्नी में रोटी लेकर जमीन पर बैठे भोजन करते पाए गए, जो जेल के भीतर वर्गभेद और भेदभावपूर्ण व्यवहार की स्थिति को उजागर करता है।
निरीक्षण के दौरान एक अन्य बैरक में ताला बंद पाया गया। जेल प्रशासन ने बताया कि वह स्टोर और कैंटीन के लिए उपयोग होता है, लेकिन जब उसे खोलने को कहा गया तो जेल कर्मियों ने अनावश्यक देरी की। जब बैरक खोला गया तो पता चला कि वहां कुछ बंदियों के लिए अलग से विशेष भोजन तैयार किया जा रहा था, जबकि सामान्यतः सभी के लिए एक जैसी पाकशाला से भोजन वितरण का नियम है।
बावजूद इन अनियमितताओं के, निरीक्षण के दौरान जब बंदियों से संवाद किया गया तो उन्होंने बताया कि जेल अधिकारी और कर्मचारी उनके साथ अच्छा व्यवहार करते हैं और उन्हें किसी प्रकार की गंभीर समस्या नहीं है। साथ ही उन्हें निशुल्क अधिवक्ता सुविधा के बारे में भी जानकारी दी गई और बताया गया कि आवश्यकता पड़ने पर वे प्रार्थना पत्र के माध्यम से अधिवक्ता की मांग कर सकते हैं।
भोजनशाला में सफाई व्यवस्था सामान्य स्तर की पाई गई।
इस निरीक्षण के दौरान श्री मुकेश कुमार, अधीक्षक जिला कारागार, श्री जयनारायण भारती एवं श्रीमती शकुंतला देवी, उपकारापाल, डॉ. विजय द्विवेदी, चिकित्साधिकारी तथा न्यायालय की ओर से श्री रोहित राठौर, श्री विशाल और श्री नदीम खा उपस्थित रहे।
