

नई दिल्ली, देश की राजधानी दिल्ली में आज स्वदेशी विचारधारा को मजबूत करने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक पहल की गई। “स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान” की औपचारिक घोषणा एक भव्य आयोजन में की गई, जिसमें देशभर के 200 से अधिक सामाजिक, व्यापारिक, किसान, युवा एवं शैक्षणिक संगठनों ने भाग लिया।
यह अभियान विदेशी विकल्पों से मुक्त होकर स्वदेशी उत्पादों को अपनाने और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में एक ठोस प्रयास है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS), कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), भारतीय मजदूर संघ, विभिन्न किसान यूनियनें और व्यापारी मंच समेत अनेक संगठनों की सक्रिय भागीदारी रही।
अभियान का लक्ष्य
इस अभियान का उद्देश्य स्पष्ट है — हर गांव और हर घर तक स्वदेशी पहुंचाना, ताकि भारत न केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने, बल्कि वैश्विक आर्थिक युद्ध में भी एक सशक्त भूमिका निभा सके।
अभियान का नारा:
“हर युवा उद्यमी, हर घर स्वदेशी”
पुस्तक विमोचन:
इस अवसर पर दो महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन भी किया गया:
- “स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन” — लेखक: डॉ. अश्विनी महाजन
- “विश्व आर्थिक युद्ध और स्वदेशी ब्रह्मास्त्र” — लेखक: कश्मीरी लाल

इन पुस्तकों में स्वदेशी आंदोलन की वैचारिक पृष्ठभूमि, आर्थिक रणनीतियां और व्यावहारिक दृष्टिकोण को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है।
संवेदनशील अपील
कार्यक्रम के अंत में वक्ताओं ने सभी देशवासियों से आग्रह किया कि यह समय केवल नारे लगाने का नहीं, बल्कि जीवन में स्वदेशी को अपनाने का है। “अब वक्त है जुड़ने का — नारे से नहीं, व्यवहार से।”