
सेवा सुशासन गरीब कल्याण के साथ केन्द्र सरकार के प्रधानमंत्री मोदी जी की केन्द्रीय सरकार के ग्यारह साल पूर्ण होने पर चल रहे ग्यारह साल बेमिसाल कार्यक्रम के अन्तर्गत भारतीय जनता पार्टी ने प्रोफेशनल मीट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष हरिश्चंद्र रावत ने की और संचालन जिला महामंत्री बलराम सिंह लोधी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ललितपुर जिले के प्रभारी पं सुरेश अवस्थी और मुख्य वक्ता के रूप में दुग्ध विकास संघ के अध्यक्ष और झांसी के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रदीप सरावगी भाई जी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए जिला अध्यक्ष हरिश्चंद्र रावत ने कहा की आज आम प्रबुद्ध समाज खुद महसूस कर रहा है कि दो हजार चौदह और दो हजार पच्चीस के बीच देश ने कितनी प्रगति की है ।सबसे पहले मोदी जी ने वेटी बचाओ वेटी पढ़ाओ आन्दोलन चलाया और फिर केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों के हित में ऐसी योजनाएं चलाई गयी कि वेटी का पैदा होने से शादी तक का सारा खर्च सरकार उठाएगी। सबसे पहले मोदी जी ने स्वच्छता कार्यक्रम चला कर आमजन में जागृति का कार्य किया जो कि स्वस्थ्य शरीर बनाने और बीमारियों को दूर करने में सहायक होता है ।

सदर विधायक रामरतन कुशवाहा एड ने कहा कि आजादी केबाद पहली बार भारत सरकार ने सेना को युद्ध सम्बंधित निर्णय करने का स्वत संज्ञान लेकर अधिकार दे दिया है । प्रधानमंत्री कौशल विकास के माध्यम से महिलाओं को स्व उद्योग लगाने का काम किया है।नारी शक्ति वन्दन कार्यक्रम के अन्तर्गत महिलाओं को आरक्षण देने का काम किया। उन्होंने कहा कि हम ब्रम्होस्त्र सहित बहुत से ऐसे हथियार वना रहे हैं जिनकी सारी दुनिया में खरीदने को होड़ लगी हैं।
मुख्य अतिथि ललितपुर जिले के प्रभारी पं सुरेश अवस्थी ने कहा कि आज की प्रोफेसनल मीट में समाज के विभिन्न प्रबुद्ध वर्ग के प्रबुद्ध जन सहभागिता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप सब को याद होगा कि सोलह मई दो हजार चौदह को जब मोदी जी की भाजपा की सरकार वनी तो इंग्लैंड के एक प्रमुख अखबार ने छापा था कि पहली बार भारत में भारतीय सरकार वनी है । मोदी जी ने पहली बार सरकार बनाई तो पहली बैठक सेना के साथ की थी। उन्होंने कहा कि भारत में पहले हर सार्वजनिक स्थानों पर लिखा होता था कि लावारिस चीजें नहीं छुयें उसमें विस्फोटक बस्तु हो सकती है लेकिन आज हमारी सुरक्षा व्यवस्था इतनी सुद्रड़ है कि कहीं ऐसा लिखा नहीं मिलता है। एक समय हम हथियारों के सबसे बड़े आयातक देश थे लेकिन आज हम बहुत बड़े हथियार निर्यातक देश वनने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी का पड़ौसी देशों से कहना है कि हम सद्विचार से सब के साथ रहेंगे लेकिन आप उपद्रव करोगे तो हम पीछे आपको छोड़ेंगे नहीं और हुआ तो हम अपनी नीतियों और क्षमता के साथ तुमको जवाब देने के लिए तैयार रहेंगे।
जिस इंग्लैंड ने हम पर राज किया था आज हमने अर्थव्यवस्था के नाम पर उसको भी पीछे छोड़ दिया है।
मुख्य वक्ता प्रदीप सरावगी ने कहा कि पिछले ग्यारह वर्षों में बाईस करोड़ लोग गरीबी की रेखा के ऊपर आ गये हैं।हम ने महिलाओं को विशेष सम्मान और अवसर देकर उन्हें पुरुषों के बराबर सहभागिता का मौका दिया है । विकसित भारत का सपना जो मोदी जी ने देखा था वह आज साकार हो रहा है ।आजादी के पचत्तर बर्ष पूरा होने के कारण हम आजादी का अमृतकाल मना रहे हैं और दो हजार सैंतालीस तक हम विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में आने को उन्मुख है । लेकिन यह जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की नहीं है वल्कि भारत के हर नागरिक की जिम्मेदारी है ।जब हम भारत के एक सौ चालीस करोड़ लोग अपनी भूमिका तय कर ईमानदारी और कर्तव्य परायणता से अपने काम को करेंगे तो निश्चित रूप से हम विकसित देशों की श्रेणी में पहुंच जायेंगे।
अन्त में कार्यक्रम के जिला संयोजक ईं भागीरथ बरुआ ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वाहर से आये अतिथि और सामने उपस्थित प्रबुद्ध जन जो इतने तापमान में भी चल कर इस कार्यक्रम में पधारे हैं। मैं आप सभी का पुनः आभार व्यक्त करता हूं।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष हरिश्चंद्र रावत जिला प्रभारी मा सुरेश अवस्थी, श्रम सेवा राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ उर्फ मन्नू कोरी,सदर विधायक रामरतन कुशवाहा एड, कार्यक्रम के जिला संयोजक ईं भागीरथ बरुआ,पूर्व अध्यक्ष गण प्रदीप चौबे, राजकुमार जैन, जिला महामंत्री बंशीधर श्रीवास,जिला कोषाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद सड़ैया,डा राजकुमार जैन, सुशील श्रीवास्तव,जिला मीडिया प्रभारी देवेन्द्र गुरु,जय शंकर दुबे,ऋषभ कुमार मोदी,श्रीमती लक्ष्मी रावत,नरेंद्र कड़की,ंहरीराम राजपूत,कौश्तुभ चौबे,डा दीपक चौबे, गौरव चौधरी, चन्द्रशेखर पंथ,राजेश लिटौरिया,मोहन लाल रैकवार,दिनेश गोस्वामी एड,अंजना वर्मा,इं प्रभात वर्मा ,ईं नीलेश तिवारी,ईं नरेंद्र राजपूत, डा सीमा सिंह,ईं अमित राजपूत, ईं शक्ति सिंह, ईं एम सी मौर्या,ईं प्रशान्त,ई संजय सिंह,ई आर पी सोनी,विलास पटैरिया,छक्की लाल साहू,डा शीलचंद ,डा स्वामी प्रसाद लोधी,रमाकांत दुबे,हरी सिंह बुंदेला, राहुल सिंह राजपूत, गजेन्द्र प्रताप सिंह राजपूत,विष्णु कुमार ,उमाशंकर चौबे,नीतेश संज्ञा, ध्रुव सिंह सिसौदिया, रुपेश साहू, गिरजा शंकर दुबे, किंजल्क हुड्डैत, चन्द्रशेखर दुबे, चन्द्र विजय, रामप्रकाश उपाध्याय,हरी सिंह बुंदेला,किरण सेन, बसंती लारिया,रजनी अहिरवार, सुनीता झां, मनविंदर कौर,रामरती रैकवार,ज्योति रैकवार,राज झा, पुरुषोत्तम कुशवाहा,हरेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया,सचिन साहू आदि उपस्थित रहे