
ललितपुर। शासन के निर्देशानुसार जनपद में 50 लाख की लागत की परियोजना, पेयजल आपूर्ति की उपलब्धता एवं गौशालाओं के प्रबंधन के स्थलीय सत्यापन के क्रम में श्री सुनील कुमार वर्मा (आई0ए0एस0), विशेष सचिव, रेशम विकास एवं युवा कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जनपद नोडल अधिकारी के रूप में जनपद में विभिन्न योजनाओं का रविवार को निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के क्रम में उन्होंने सर्वप्रथम विकास खण्ड तालबेहट के चुरावनी ग्राम में घर-घर जाकर पेयजल आपूर्ति का स्थलीय सत्यापन किया और ग्रामीणों से फीडबैक भी लिया, यहां पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि ग्राम चुरावनी नत्थीखेड़ा ग्राम समूह पेयजल योजना से आच्छादित है। योजना का निर्माण वर्ष 2019-20 है। योजना में जामनी नदी पर स्थित इण्टेक वेल के द्वारा रॉ वाटर लेकर नत्थीखेड़ा ग्राम में स्थित 6.0 एमएलटी क्षमता के डब्ल्यूटीपी पर जल का शोधन करके ग्राम हिंगोरा में स्थित 300 केएल/18एम के ओएचटी से ग्राम चुरावनी में पेयजल आपूर्ति की जा रही है। ग्रामवासियों से पूछने पर अवगत कराया गया कि ग्राम में 1.5 से 2.0 घण्टे सुबह-शाम पेयजल आपूर्ति की जा रही है। ग्राम में वर्तमान में सभी घरों में गृह पेयजल संयोजन प्रदान किये गये हैं एवं नियमित पेयजल आपूर्ति की जा रही है, जिस पर नोडल अधिकारी ने संतोष व्यक्त करते हुए शुरु पेयजल की आपूर्ति सुचारु बनाये रखने के निर्देश दिये।
इसके पश्चात नोडल अधिकारी ने ग्राम कारीपहाड़ी, विकासखण्ड जखौरा स्थित गौशाला का निरीक्षण गौवंश प्रबंधन का जायजा लिया। यहां पर बताया गया कि गौशाला में कुल 474 गौवंश संरक्षित हैं, जिनके लिए 112 कुंतल भूसा, 9 कुंतल चूनी व 39 कुंतल साइलेज उपलब्ध है, गौशाला में 10 शेड, 5 पेयजल चरई, 15 भूसा चरई बनी हुई हैं, गौशाला में सुरक्षा की दृष्टि से कुल 15 कर्मचारी एवं गार्ड तैनात है जो दिन-रात शिफ्ट में कार्यरत रहते हैं। गौशाला बायोगैस संयंत्र चालू अवस्था में पाया गया, जिस पर निर्देश दिए गए कि संयत्र से उत्पादन करके गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाया जाए।
निरीक्षण के दौरान खण्ड विकास अधिकारी जखौरा सौरभ वर्णवाल, डीएसटीओ राजेश कुमार सिंह, अधिशासी अभियन्ता, उ0प्र0 जल निगम (ग्रामीण) अवनीश सिंह सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे।

