
भारत के खिलाफ पाकिस्तान की सैन्य कार्रवाई में तुर्किये में निर्मित ड्रोनों का इस्तेमाल किया गया था। वहीं, तुर्किये ने हमेशा भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए पाकिस्तान की पैरवी की है। आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान के सभी ‘भाईजान’ के खिलाफ भारत सख्त कदम उठा रहा है।
भारतीय कारोबारियों ने भी तुर्किये के सेब और संगमरमर जैसे उत्पादों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। वहीं, भारत के शैक्षणिक संस्थानों ने भी तुर्किये का बायकॉट किया है।
इसी बीच विदेश विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा, “हमें उम्मीद है कि तुर्की की ओर से पाकिस्तान को आतंकवाद पर अपना समर्थन बंद करने को कहेगा। तुर्किये और भारत के रिश्तों को लेकर रणधीर जायसवाल ने कहा कि रिश्ते एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर बनते हैं।”