अपर जिलाधिकारी ने दिए सख्त निर्देश, बाढ़ व सूखे से निपटने की तैयारियों की समीक्षा


ललितपुर, 29 अप्रैल। कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को अपर जिलाधिकारी श्री अंकुर श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बाढ़ स्टीयरिंग कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जनपद में संभावित बाढ़ और अतिवृष्टि की स्थिति से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की गई और सभी संबंधित विभागों को समयबद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी आपदा की स्थिति में जनजीवन की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। उन्होंने निर्देशित किया कि नदियों, बांधों और जलस्रोतों की सतत निगरानी हेतु नावें, मोटरबोट, राहत सामग्री, जीवन रक्षक उपकरण और पर्याप्त मानव संसाधन पहले से उपलब्ध रहें।
मुख्य निर्देश और तैयारियां:
- बाढ़ संभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां के निवासियों को पूर्व चेतावनी दी जाएगी।
- राहत शिविरों के लिए स्थलों का चयन कर आवश्यक मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
- 24×7 नियंत्रण कक्ष (EOC) की स्थापना कर निगरानी और समन्वय किया जाएगा।
- स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोबाइल टीमों, दवाइयों, चिकित्सक दल की तैनाती की जाएगी।
- पशुपालन विभाग द्वारा चारे और पशुचिकित्सा की व्यवस्था की जाएगी।
- विद्युत और जल निगमों को आपातकालीन योजना बनाकर त्वरित सेवा बहाली के निर्देश दिए गए हैं।
- सुखा संभावित स्थिति को ध्यान में रखते हुए भी विभागों को आवश्यक योजनाएं तैयार करने को कहा गया है।
विभागवार जिम्मेदारियां निर्धारित:
प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य, विद्युत, नगर निकाय, शिक्षा, खाद्य एवं रसद, सिंचाई, परिवहन, आपदा प्रबंधन, लोक निर्माण आदि विभागों को उनके-उनके कार्यक्षेत्रों के अनुसार आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक विभाग को राहत कार्यों, निगरानी, बचाव एवं पुनर्वास की जिम्मेदारियां दी गई हैं।
प्रमुख निर्देश:
- बाढ़ चौकियों पर कार्मिकों की तैनाती सुनिश्चित की जाए।
- राजघाट एवं माताटीला डैम से पानी छोड़े जाने की स्थिति में ग्राम स्तर पर आपदा मित्रों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाई जाए।
- बाढ़ राहत सामग्री की टेंडर प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण की जाए।
- SDRF और NDRF के ठहराव की व्यवस्था की जाए।
- सभी अधिकारी अपने क्षेत्रों का दौरा कर तैयारियों की जमीनी समीक्षा करें।
- मॉक ड्रिल कर आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया की दक्षता सुनिश्चित की जाए।
बैठक में उप जिलाधिकारीगण, जेल अधीक्षक, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एवं मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
अपर जिलाधिकारी श्री श्रीवास्तव ने अधिकारियों को संवेदनशीलता और समन्वय के साथ कार्य करते हुए नियमित निरीक्षण करने और तैयारियों को मजबूत बनाए रखने के निर्देश दिए।