
ललितपुर, 17 मई 2025 — माननीय श्री नरेंद्र कुमार झा, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ललितपुर के निर्देशानुसार सचिव श्री मयंक जायसवाल द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर, ललितपुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान केंद्र में कई गंभीर खामियां और अव्यवस्थाएं सामने आईं।

सखी वन स्टॉप सेंटर महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य हिंसा या संकट की शिकार महिलाओं को एक ही स्थान पर चिकित्सा, परामर्श, कानूनी सहायता और आश्रय जैसी सभी आवश्यक सेवाएं प्रदान करना है।
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि सेंटर के किचन में साफ-सफाई का अभाव था तथा वहां आवश्यक बर्तन और अन्य सामग्री अनुपलब्ध थी। हालांकि आरओ सिस्टम लगा हुआ था और बाहर पानी का कैंपर रखा गया था। पूछताछ में उपस्थित स्टाफ ने बताया कि पीड़ित महिलाओं के लिए टिफिन मंगवाकर भोजन की व्यवस्था की जाती है, जबकि शासन के अनुसार सेंटर पर ही नाश्ता और भोजन तैयार कर परोसा जाना चाहिए। सुबह और शाम का नाश्ता भी पीड़ित महिलाओं को नहीं दिया जा रहा था।
महिलाओं और बालिकाओं के लिए बने ठहराव स्थल की भी स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। वहां बेड तो मौजूद थे लेकिन उन पर चादर नहीं बिछाई गई थी। फाइलों के अवलोकन में भी कई अनियमितताएं पाई गईं।
निरीक्षण अपराह्न 11:15 बजे किया गया, लेकिन उस समय केंद्र प्रबंधक श्रीमती सरिता रिछारिया अनुपस्थित पाई गईं। जब उपस्थित स्टाफ से उनके आगमन का समय पूछा गया तो बताया गया कि वे प्रायः 10:30 बजे तक पहुंचती हैं, जबकि सरकारी नियमों के अनुसार कार्यालय समय प्रातः 10:00 बजे से सांय 5:00 बजे तक निर्धारित है।
इसके अतिरिक्त, केस वर्कर श्रीमती ममता और श्रीमती रेशमा द्वारा ड्यूटी में अदल-बदल बिना किसी लिखित आदेश के की जा रही थी, जो नियमों के विपरीत है। निरीक्षण के समय केवल काउंसलर श्रीमती पूनम शर्मा, पैरामेडिकल नर्स श्रीमती कीर्ति यादव तथा मल्टीपर्पस कार्यकर्ता कु. अपूर्वा सहरिया उपस्थित पाई गईं।
श्री जायसवाल ने निरीक्षण के उपरांत कहा कि केंद्र की व्यवस्था शासन की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है और यह अत्यंत आपत्तिजनक है कि पीड़ित महिलाओं को निर्धारित सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। साथ ही, कर्मचारियों की लापरवाही और समय पर उपस्थित न होना भी गंभीर चिंता का विषय है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने इस संबंध में उचित कार्यवाही की संस्तुति की है ताकि सखी वन स्टॉप सेंटर की कार्यप्रणाली में सुधार लाया जा सके और पीड़ितों को उनका अधिकार समय पर मिल सके।